Healthy food chart for kids

Contents

 healthy food chart for kids | diet chart for kids

                     

 

माँ के रूप में सभी चुनौतियों का सामना करते हुए आपको और आपके बच्चे को खुश और संतुष्ट रखने के लिए इस लेख में शिशु के भोजन व पोषण के संबंध में विभिन्न जानकारी, सुझाव और खाना बनाने की विधियाँ प्रदान की गई हैं।

 

दरअसल जब बच्चा नौ महीने का होता है तब इस समय खाने को लेकर माँ और बच्चा दोनों ही परेशान होते हैं। बच्चा दांत आने की वजह से तो माँ बच्चे की खाने को लेकर न-नुकुर से परेशान रहते हैं।
तो यहाँ है आपकी इस समस्या का हल। जानिए कैसे अपने बच्चे का खाने के प्रति रुझान बढ़ाएं व कैसे उससे अपने खाने के समय का आनंद लेना सिखायें।
जैसा कि आपके बच्चे के लिए यह अनुभव नया हैवह भोजन के छोटे टुकड़े कुतरकर खाएगा और यदि उसे स्वाद पसंद नहीं आयातो इसे बाहर थूक देगा। खयाल रहेबच्चों का पेट एक व्यक्ति की मुठ्ठी के आकार का होता है और उसे भरने के लिए ज्यादा भोजन की आवश्यकता नहीं होती है। इसके अलावाक्योंकि उनकी स्वाद कलिकाएं अभी भी विकसित हो रही हैं इसलिए हो सकता है कि वह उन सभी प्रकार के भोजन को पसंद न करे जो आप उन्हें दे रही हैं। कुछ बच्चे सब्जियां पसंद कर सकते हैंकुछ फलों को पसंद कर सकते हैं और कुछ बच्चे यह निर्धारित भी करते हैं कि उन्हें किस प्रकृति या संरचना का खाना पसंद हैयह भोजन – प्यूरी के रूप मेंमसला हुआ या फिर छोटे टुकड़ों में भी हो सकता है। बच्चे की पसंद को समझने के लिए इस चरण में प्रयोग करते रहना महत्वपूर्ण है।
 

healthy food chart for kids | diet chart for kids

 

1. फल

बेरीजैसे ब्लू बेरीकरौंदातरबूजखजूर और अंजीरचेरी, ¼ हिस्से में कटे हुए खट्टे फल माह के बच्चे को भी दिए जा सकते हैं। हमेशा सुनिश्चित करें कि फल आपके बच्चे को देने से पहले पूरी तरह से पकाया हुआप्यूरी के रूप में या अच्छी तरह से मसला गया हो।

2. सब्जियां

ब्रोकोलीशतावरीआलूबैंगनफूलगोभीमसले हुए आलूप्याजचुकंदरवो सभी सब्जियां जो पकाई और मसली जा सकती हैंआपके बच्चे के लिए अत्यधिक पौष्टिक और बेहतरीन हैं।

4. पानी और जूस

आपके बच्चे का पाचन तंत्र अभी भी विकसित हो रहा है इसलिए सुनिश्चित करें कि उसे भरपूर पानी मिले। प्रोसेस्ड जूस के बजाय घर पर प्राकृतिक जूस (बिना चीनी काबनाने की कोशिश करें।

5. चीज़ और अन्य डेयरी उत्पाद

क्रीम चीज़कॉटेज चीज़पनीरदहीघीबटर आपके बच्चे को अल्प मात्रा में दिया जा सकता है।

6. सीरियल

पका हुआ क्विनोआबाजरागेहूँ का पास्ता (नर्म किया हुआ), चावल और दलिया आपके बच्चे को देने के लिए स्वादिष्ट विकल्प हैं।

7. अनाज

टोस्टरोटी (चपातीया पराठे के छोटे टुकड़ेक्रैकर्स (पतले करारे बिस्कुटआपके बच्चे में अनाज की आपूर्ति के लिए दिए जा सकते हैं।

8. फलियां

पकाई और मसली हुई मसूर की दालसेमफलियों से बना सूप बच्चे के लिए स्वादिष्ट और पौष्टिक आहार है ।

9. मसाले

जैसेजैसे आपके शिशु की स्वाद लेने की क्षमता बढ़ती हैउसके लिए भोजन बनाते समय हींगलौंगधनियासरसोंसौंफमेथीजायफलकरी पत्तादालचीनीइलायचीतेजपत्ताहल्दीलहसुन का थोड़ी मात्रा में उपयोग करना शुरू कर दें।

क्या आप अपने बच्चे को फिंगर फूड्स और स्नैक्स दे सकती हैं?

 

नौ महीने के बच्चे आमतौर पर फिंगर फूड और स्नैक्स के लिए तैयार होते हैं। उनके पास एक ऐसा गुण है जिसे “पिन्सर ग्रास्प” कहा जाता है और इससे वे अपने अंगूठे और उंगलियों से छोटी वस्तुओं को उठा सकते हैं। अगर आपके शिशु ने बिना किसी सहारे के अपनी उंगलियों से छोटीछोटी वस्तुओं को उठाना शुरू कर दिया है और वह भोजन के छोटेछोटे टुकड़ों को पकड़ सकता है व अच्छी तरह से चबा भी सकता हैइसका मतलब यह है कि अब महीने के बच्चे को फिंगर फूड देने का समय आ गया है।

आप बच्चे को फिंगरफ़ूड के रूप में पकाया हुआ गाजरसेबनाशपातीककड़ीपनीर दे सकती हैंजिसे बच्चे अपने दांतों से अच्छी तरह चबा सकते हैं। बच्चे को इसे पकड़ने में आसान बनाने और खाने के लिए इन खाद्य पदार्थों को छोटेलंबे आकार में काट लें। जब भी आपका बच्चा फिंगर फूड खा रहा हो तो सावधान रहें और उन्हें कभी भी अकेला न छोड़ें।

माह के शिशु के लिए व्यंजन विधियां

 

विभित्रता:

उसे विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खिलाएं, कोशिश करें कि हफ्ते भर में फल या सब्जी दोहराने की कोशिश न करें। यह सबसे बड़ी गलती है जो हम करते हैं, हमें लगता है कि बच्चा जिस भोजन को पसंद करता है वही हम उसे बार-बार खिलाते है। जिससे वह उससे बोर हो जाता है और खाना खाने में आनाकानी करने लगता है।

थोड़े थोड़े अंतराल में खाना खिलाएं :

बच्चे को हर थोड़ी देर में थोड़ा थोड़ा करके खाना खिलाएं। हमारा मकसद बच्चे को पूरा खाना ख़तम करवाना नहीं है। हमारा मकसद है बच्चे को तरह तरह का स्वाद दिन में कईं बार देना और एक बार में उससे कम खिलाना। थोड़े थोड़े अंतराल में अलग अलग स्वाद का भोजन देने से उससे सम्पूर्ण पोषण भी मिलेगा। 

खाने का समय मस्ती भरा हो

खाने के समय को अगर थोड़ा मस्ती भरा बनाएं। खाना खिलने के लिए उससे तरह तरह की कहानियां सुनाएं। कुछ बच्चे खाने की ऊँची कुर्सी से डरते हैं और उससे देखते हे रोना शुरू कर देते हैं। अगर आपके साथ भी यही समस्या है तो उससे गार्डन , लिविंग रूम, बच्चों के कमरे या प्ले एरिया में बैठ के खाना खिलाएं।

ठंडी ठंडी ट्रीट

फलों के रस की कुल्फी जमाकर बच्चे को चूसने को दे। उन्हें बहुत मज़ा आएगा साथ ही मसूड़ों को भी आराम मिलेगा। ब्रेस्टमिल्क की कुल्फी बच्चों को दांत आने पर होने वाले दर्द से बहुत हे आराम देती है।

प्यूरी देना बंद करें 

हर चीज़ की प्यूरी बनाकर देना अब आपको बंद कर देना चाइये। इस समय तक बच्चे के पास कुछ विकसित दांत होते है। तो क्यों न उनका इस्तेमाल किया जाये !!! सिर्फ उन्ही खाने की चीज़ों की प्यूरी बनाये जो की खाने में बहुत अधिक सख्त हो। बाकि खाने को हल्का मैश करके चम्मच की सहायता से खिलाएं।

 

समय बहुत जल्दी बीतता है और जल्द ही आपका नौ महीने का बच्चा चलने और दौड़ने लगेगा। इस समय का अधिक से अधिक उपयोग करके स्वास्थ्यप्रद भोजन की आदतों से बच्चे का परिचय कराएं और इससे उसके बचपन की मजबूत नींव बनाएं।

 

 

 

 

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.